Ashoka Buildcon के शेयरों में आज सुबह 2% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली, वो भी तब जब कंपनी ने एक नए प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (MSETCL) से सबसे कम बोली लगाने वाले के रूप में चुने जाने का ऐलान किया। यानी, Ashoka Buildcon ने ₹312.13 करोड़ के इस ठेके के लिए सबसे कम कीमत का प्रस्ताव दिया और यह प्रोजेक्ट उनके हाथ आ गया। इसके बावजूद, शेयर में यह अचानक गिरावट निवेशकों को थोड़ी चिंता में डाल सकती है।
क्या है ये सरकारी प्रोजेक्ट
Ashoka Buildcon का यह प्रोजेक्ट 400/220 केवी सबस्टेशन का निर्माण है, जो नंदगांव पेठ, अमरावती में होगा। इस प्रोजेक्ट के साथ जुड़े ट्रांसमिशन लाइनें भी लगाई जाएंगी और यह सारा काम अमरावती ज़ोन, MSETCL, महाराष्ट्र में होगा। पूरा प्रोजेक्ट 18 महीनों में पूरा करना है, और अगर Ashoka Buildcon ने अपने स्तर पर समय पर काम पूरा किया, तो यह प्रोजेक्ट कंपनी के लिए काफी लाभदायक हो सकता है।
एक और खरीदारी
पिछले महीने Ashoka Buildcon ने एक और बड़ी घोषणा की थी, जिसमें कंपनी ने Ashoka Concessions Ltd (ACL) में 34% अतिरिक्त हिस्सेदारी अधिग्रहित की, वह भी ₹1,526 करोड़ में। इस अधिग्रहण के बाद, ACL अब Ashoka Buildcon की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गई है। इसका मतलब यह है कि Ashoka Buildcon का इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंसैशन व्यवसाय और भी मजबूत होगा और लंबी अवधि में यह निवेश लाभकारी साबित हो सकता है।
Ashoka Buildcon Financials
अगर वित्तीय प्रदर्शन की बात करें, तो Q1 FY25 में Ashoka Buildcon ने अपने एकल शुद्ध लाभ में 148% का जबरदस्त उछाल दिखाया है, जो ₹16.4 करोड़ से बढ़कर ₹40.8 करोड़ तक पहुंच गया। और सिर्फ मुनाफा ही नहीं, कुल आय भी 22% सालाना वृद्धि के साथ 1,900.8 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹1,557.2 करोड़ थी। ऐसे मजबूत आंकड़े निवेशकों के लिए काफी सकारात्मक संकेत हैं, और Ashoka Buildcon का यह प्रदर्शन यह बताता है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में कंपनी ने अपनी अच्छी स्थिति बनाए रखी है।
Ashoka Buildcon Share Performance
अगर शेयर प्रदर्शन देखें तो Ashoka Buildcon का शेयर इस साल काफी ऊपर-नीचे हुआ है। इसने 6 सितंबर, 2024 को अपना 52-सप्ताह का उच्च स्तर ₹284 पर छुआ, और सिर्फ कुछ दिन पहले, 1 नवंबर, 2023 को 52-सप्ताह का निम्न स्तर ₹127 पर आ गया। अभी के समय में, यह शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से 13.82% नीचे ट्रेड कर रहा है और BSE पर ₹239 पर टिका हुआ था, यानी ₹5.65 या 2.30% की गिरावट। वैसे अगर पिछले एक साल की बात करें तो Ashoka Buildcon का शेयर लगभग 92% का रिटर्न दे चुका है। जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश किए हुए हैं, उनके लिए तो यह रिटर्न काफी अच्छा रहा है।
निष्कर्ष
तो, कुल मिलाकर Ashoka Buildcon का यह नया कॉन्ट्रैक्ट और ACL अधिग्रहण दोनों ही काफी आशाजनक दिखाई दे रहे हैं। कंपनी का शेयर कभी गिरता है तो कभी चढ़ भी जाता है, लेकिन लंबी अवधि में देखा जाए तो यह इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में अपने व्यवसाय और अपने निवेशकों के लिए लगातार विकास के अवसर लेकर आता है। आने वाले महीनों में देखते हैं कि यह शेयर क्या नया चमत्कार दिखाता है और क्या निवेशकों की उम्मीदों पर खरा उतर पाता है या नहीं।