Zomato vs Swiggy IPO: विशेषज्ञ से जाने Swiggy IPO या Zomato share किसमे प्रॉफिट

Swiggy IPO का इंतजार अब खत्म होने वाला है! हां, ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी की दुनिया का ये बड़ा नाम अब दलाल स्ट्रीट पर कदम रखने जा रहा है। 6 नवंबर को स्विगी का IPO लॉन्च होगा, और बाजार से करीब ₹11,327.43 करोड़ जुटाने का लक्ष्य है। इस आईपीओ में फ्रेश इश्यू के तौर पर 11.54 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल हैं, जिनकी वैल्यू ₹4,499 करोड़ है, और साथ ही एक बड़ा ऑफर-फॉर-सेल (OFS) कंपोनेंट भी है, जिसमें 17.51 करोड़ शेयर हैं और इसकी कीमत ₹6,828.43 करोड़ आंकी गई है।

Zomato vs Swiggy IPO

Zomato vs Swiggy IPO

जहां Swiggy IPO की तैयारी में है, वहीं लोग इसका तुलना Zomato से भी कर रहे हैं। याद रहे, जोमैटो ने जुलाई 2021 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था और लिस्टिंग के समय इसका मार्केट कैप लगभग $13 बिलियन ( ₹1.07 लाख करोड़) था। अब तक, जोमैटो का मार्केट कैप डबल से भी ज्यादा हो गया है और नवंबर 2024 तक यह $25 बिलियन ( ₹2.14 लाख करोड़) पर पहुंच गया है। ये सच में एक शानदार सफलता की कहानी है!

क्या है अंतर

अब Swiggy और Zomato में बड़ा अंतर यह है कि जोमैटो ने मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है जबकि स्विगी पिछले तीन सालों से घाटे में चल रहा है। जोमैटो के पास काफ़ी मजबूत परफॉर्मेंस मेट्रिक्स हैं – जैसे कि औसत ऑर्डर मूल्य (AOV), ग्रॉस ऑर्डर मूल्य (GOV), और मुनाफा के हिसाब से भी। स्विगी को अभी जोमैटो के बराबर आने के लिए काफ़ी कुछ सीखने और काम करने की जरूरत है। रिसर्च एनालिस्ट आकृति मेहरोत्रा का कहना है कि “Zomato की मार्केट पकड़ काफी मजबूत है और इसका ग्रॉस ऑर्डर मूल्य CAGR भी 23.0% है, जो Swiggy के 15.5% से काफी आगे है।

Swiggy के लिए चुनौती

IPO लॉन्च के साथ ही स्विगी को अपने संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करना होगा, और जोमैटो के साथ जो अंतर है, उसे कम करने पर ध्यान देना होगा। लेकिन यह सिर्फ फूड डिलीवरी में नहीं, बल्कि क्विक कॉमर्स में भी बड़ी चुनौती है। क्विक कॉमर्स में स्विगी का मार्केट शेयर सिर्फ 25% है जबकि फूड डिलीवरी में यह लगभग 45% पर है। स्विगी के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने बास्केट साइज को कैसे बढ़ाता है, और कैसे वह जोमैटो को टक्कर दे पाता है।

Zomato Share

अब बात करें Zomato Share के हालिया प्रदर्शन की, तो कुछ दबाव जरूर है, लेकिन कुल मिलाकर रिटर्न्स अच्छे हैं। पिछले एक महीने में जोमैटो का शेयर 11% तक गिरा है, लेकिन 6 महीने में यह 23% से ज्यादा ऊपर गया है। अगर वर्ष की शुरुआत से देखें तो यह शेयर 95% तक चढ़ा है और पिछले एक साल में तो यह 109% और पिछले दो सालों में 285% तक मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है। ये तो बिल्कुल साफ है कि जोमैटो के निवेशकों के लिए यह शेयर अब तक काफी फायदेमंद रहा है।

निष्कर्ष

Swiggy IPO से निवेशकों को निश्चित रूप से नए विकल्प मिलेंगे, लेकिन अब यह देखना होगा कि क्या यह जोमैटो के मुकाबले खुद को स्थापित कर पाता है या नहीं। प्रतिस्पर्धा तो दोनों के बीच जबरदस्त है, और मुनाफे तक पहुंचने की दौड़ स्विगी के लिए इतनी आसान नहीं होगी। तो चलिए देखते हैं कि दलाल स्ट्रीट स्विगी का कैसे स्वागत करता है और निवेशकों के लिए यह IPO कितना लाभदायक साबित हो पाता है!

ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Money Doze" की। हम निवेश की सलाह नहीं देते हैं, किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें।

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