₹ 1.25 लाख करोड़ के Order वाला Defence PSU Stock, FY26 में दमदार प्रदर्शन की उम्मीद

Sumit Patel

मजागन डॉक शिपबिल्डर्स: क्या यह डिफेंस और शिपबिल्डिंग का अगला बड़ा मौका है?

अगर आपने कभी सोचा है कि “डिफेंस स्टॉक्स में पैसा कैसे बनेगा?”, तो मजागन डॉक शिपबिल्डर्स (MDL) इन दिनों चर्चा में है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ रहा है, नेवी को नए जहाज चाहिए—और MDL इन अवसरों को भुनाने की पोजीशन में है। स्टॉक थोड़ा नीचे है, लेकिन कंपनी का भविष्य क्या कहता है? आइए, डिटेल में समझते हैं।

MDL का बिजनेस मॉडल: वॉरशिप्स से ऑफशोर प्रोजेक्ट्स तक

मजागन डॉक शिपबिल्डर्स एक सरकारी कंपनी है जो भारतीय नौसेना के लिए सबमरीन, वॉरशिप्स और कमर्शियल वेसल्स बनाती है। साथ ही, ONGC जैसे क्लाइंट्स के लिए ऑफशोर प्रोजेक्ट्स भी हैंडल करती है। FY25 तक इनका ऑर्डर बुक 32,260 करोड़ रुपये का है, जिसमें प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट्स शामिल हैं:

  • P17A फ्रिगेट्स (एडवांस्ड वॉरशिप्स)
  • P75 सबमरीन्स (कलवारी-क्लास)
  • ONGC प्रोजेक्ट्स (तेल और गैस सपोर्ट वेसल्स)

स्टॉक परफॉर्मेंस: शॉर्ट-टर्म डिप, लॉन्ग-टर्म पोटेंशियल

  • करंट शेयर प्राइस: 3,404 रुपये (पिछले क्लोजिंग से 0.74% नीचे)
  • मार्केट कैप: 1.37 लाख करोड़ रुपये
  • 52-वीक रेंज: 1,890 – 3,900 रुपये

कुछ निवेशक चिंतित हैं क्योंकि Q4FY25 में नेट प्रॉफिट 51% गिर गया (663 करोड़ से 325 करोड़ रुपये)। लेकिन रेवेन्यू 2% बढ़ा (3,104 करोड़ से 3,174 करोड़ रुपये)। मैनेजमेंट का कहना है कि मार्जिन स्थिर रहेंगे और FY26 में 8-10% रेवेन्यू ग्रोथ की उम्मीद है।

भविष्य के कैटलिस्ट: 2 बड़े डील्स की संभावना

MDL को FY26 तक 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऑर्डर बुक बनाने की उम्मीद है, अगर ये 2 डील्स फाइनल हो जाती हैं:

  1. P75 सबमरीन प्रोजेक्ट (30,000-40,000 करोड़ रुपये) – अगले महीने साइन होने की संभावना।
  2. P75I सबमरीन प्रोजेक्ट (इससे भी बड़ा प्रोजेक्ट)।

जियोपॉलिटिकल टेंशन (चीन, रेड सी क्राइसिस) की वजह से भारतीय नौसेना को मॉडर्न जहाज और सबमरीन्स की जरूरत बढ़ गई है। इसलिए, MDL का डिफेंस सेगमेंट मजबूत रहने वाला है।

मार्जिन और फाइनेंशियल हेल्थ

  • PBT मार्जिन: लगभग 15% स्थिर (FY26 प्रोजेक्शन)
  • डेट-फ्री कंपनी: बैलेंस शीट मजबूत है।
  • सरकारी सपोर्ट: PSU होने के कारण फंडिंग की समस्या कम है।

रिस्क जिन पर ध्यान देना चाहिए

  • एग्जीक्यूशन डिले: सरकारी प्रोजेक्ट्स में समय लग सकता है।
  • कंपटीशन: L&T जैसे प्राइवेट प्लेयर्स भी बिड करते हैं।
  • ग्लोबल सप्लाई चेन इश्यूज: रॉ मटेरियल की कीमतें बढ़ सकती हैं।

निष्कर्ष: क्या MDL एक अच्छा विकल्प है?

शॉर्ट-टर्म में उतार-चढ़ाव है, लेकिन लॉन्ग-टर्म स्टोरी इंप्रेसिव लगती है। अगर आप डिफेंस सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं और 3-5 साल तक होल्ड कर सकते हैं, तो MDL एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन थोड़ा धैर्य रखना होगा—सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स में समय लगता है।

अंतिम विचार:
“डिफेंस स्टॉक्स धीरे-धीरे चलती हैं, लेकिन कभी-कभी रॉकेट की तरह उछल भी जाती हैं!” MDL के मामले में, P75/P75I डील्स फाइनल होने तक नजर बनाए रखनी चाहिए।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Ghar" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

मेरा नाम सुमित पटेल है, मैं आर्टिकल राइटिंग के क्षेत्र में पिछले 2 सालों से कार्यरत हूं। शेयर मार्केट के साथ ही साथ मैं टेक, रोजगार और बिजनेस से जुड़ी जानकारी भी रखता हूं। अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए लेख पसंद आते हैं या फिर कोई त्रुटि नजर आती है, तो कमेंट करके हमें उसकी जानकारी जरूर दें। धन्यवाद!

    

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